Friday, 12 August 2011

Rajesh gudha








4 comments:

  1. ख्वाब देखे भी नहीं और टूट गए,वो हमसे मीले भी नहीं और रूठ गए,में जागती रही और दुनीया सोती रही,बस बारीश थी जो रात भर रोती रही ................

    सुना है वो जाते हुए कहे गए की अब तो हम सीरफ तुम्हारे सपनो में आयेगे,कोई कह दे उनसे की वोह वादा तो करे हम जीदगी भर के लीये सो जायेगे ........

    आँखों में आंशु की लकीर बन गई,सोची न थी ऐसी तक़दीर बन गई,हमने तो युही फीराई थी रेतमें ऊगलीया,गोर से देखा तो तुम्हारी तस्वीर बन गई ............

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  2. दोस्ती करना इतना आशान है जैसे माटी पर माटी से माटी लीखना,लेकीन प्यार नीभाना इतना मुस्कील है जैसे पानी पर पानी से पानी लीखना ................

    लोग कहते है हमे आदत है मुस्कुराने की ..........लेकिन वो नहीं जानते यह अदा है गम छुपाने की ...........................

    लोगो ने तो फूलो से मोहबत की काँटों को कीस ने याद कीया,हमने तो काँटों से मोहबत की क्योंकी फूलो ने हमको बर्बाद कीया ...........................

    लोग कहते है हमे आदत है मुस्कुराने की ..........लेकिन वो नहीं जानते यह अदा है गम छुपाने की ...........................

    हम न होते तो ग़जल कोन कहता,तुम्हारे खीले चहरे को कमल कोन कहता,यह तो करीश्मा है मोहबत का वर्ना पत्थर को ताजमहल कोन कहता .................


    हर दीन के बाद रात आती है,हर मौत के बाद बहार आती है ,जींदगी चली जाती है दुल्हन बनकर,जब मौत लेकर बारात आती है .......................

    साथी हो तो आंशु भी मुस्कान होते है,अगर न हो तो महल भी सम्शान होते है,साथी का ही तो खेल है सारा,वर्ना डोली और अर्थी सामान होते

    गुलाब की खुशबू में कांटे पला करते है,चंदन की महक में साँप पला करते है,हर हँसी को ख़ुशी मत समझो,हर ख़ुशी में आंशु भी पला करते है ............


    मेरी रात तेरे दीन से अछा होगा ,मेरा इकरार तेरे इनकार से अछा होगा,अगर यकीं न आये तो डोली से झाककर देखना मेरा जनाजा तेरी बारात से अछा होगा ,

    कीसी की जीदगी में आती है बहार,तो कीसी को चमन तक नहीं मीलता,कीसी की कब्र में बनता है ताजमहल,तो कीसी को कफ़न तक नहीं मीलता.......................

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  3. सुना है वो जाते हुए कहे गए की अब तो हम सीरफ तुम्हारे सपनो में आयेगे,कोई कह दे उनसे की वोह वादा तो करे हम जीदगी भर के लीये सो जायेगे ........

    आँखों में आंशु की लकीर बन गई,सोची न थी ऐसी तक़दीर बन गई,हमने तो युही फीराई थी रेतमें ऊगलीया,गोर से देखा तो तुम्हारी तस्वीर बन गई ............

    एक लड़का एक लड़की से बहुँत प्यार करता था,अचानक लड़के की मौत हो जाती है तब लड़की के पास उस लड़के की रूह आती है और लड़की से कहता है....
    तेरा वादा था हर वादे के पीछे......तू मुझे मीलेगी हर दरवाजे के पीछे ........पर तू मुझे रुश्वा
    कर गई .......एक तू ही नहीं थी मेरे जनाज़े के पीछे ................
    इस पर लड़की ने कहा ........हर वादा था तेरे वादा पे पीछे ...........में मीली तुझे हर दरवाजे के पीछे .........तू ने ही मुड़कर न देखा ...........एक और जनाज़ा था तेरे जनाज़े के पीछे ..........

    एक जनाज़े को देखकर लड़की मुस्कुराई,एक बाबा बोले बेटी कीसी की मौत पे यूह हँसा नहीं करते.लड़की बोली वादा कीया था जब भी मीलेगे मुस्कुरायेगे......

    आँखे खोलू तो चेहरा तुम्हारा हो,बंद करू आँखे तो सपना तुम्हारा हो,मर भी जाऊ तो कोई गम नहीं,कफ़न न मीले तो आँचल तो तुम्हारा हो ...........Rajesh gudha

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  4. Aap ki badd-dua bhi dua bann k lagi,
    aapke har gham ne bhi sukoon diya,
    hum zinda hai toh yeh jaankar k pyaar se na sahi par,
    aapne hume yaad toh kiya…
    Hum zindagi se aas kare bhi to kya kare,
    Jab tum nahi ho paas, kare bhi to kya kare.
    Aansu piye, sharaab piye, zeher bhi to pi liya,
    Bujhti nahi hai pyaas, kare bhi to kya kare…
    `
    Muskurate palko pe sanam chale aate hein,
    aap kya jaano kahan se hamare ghum aate hein,
    aaj bhi us mod par khade hein,
    jaha kisi ne kaha tha ke theron hum abhi aate hein…
    `
    Thukra ke usne mujhko,
    kaha ki muskuraao!
    Maine has diya,
    aakhir sawal uski khushi ka tha.
    Maine khoya woh jo mera tha hi nahi,
    Usne khoya wo jo sirf usi ka tha…
    `
    Is jahan me mohabbat kash na hoti,
    To safar-e-zindagi me mithas na hoti!
    Agar milti BEWAFA ko saza-e-maut,
    To diwano ki kabre yu udas na hoti!!
    Apni Aakhon Ke Samunder Main Utar Jaane De
    Tera Mujrim Hoon, Mujhe Dub Ke Mar Jaane De
    Zakham Kitne Teri Chaahat Se Mile Hain Mujhko
    Sochta Hoon Kahoon Tujhse, Magar Jaane De…
    `
    Aarzoo jhooth hai,
    Aarzoo ka fareb khana nahi ..
    Khush jo rahna ho zindagi me tumhe..
    Dil kabhi kisi se lagana nahi.
    `

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